Small Business Tips : कम पूंजी में लघु व्यवसाय प्रारम्भ कर देश को दे अपना योगदान : अमन बारस्कर
आखिर कैसे करे लघु व्यवसाय प्रारम्भ
Small Business Tips : देश के औधोगिक विकास में लघु उद्योग की विशेष महत्ता और आवश्यकता है | लघु उद्योग कम पूंजी और कम लगत में प्रारम्भ किया जाने वाला उघोग होता है,अब आपके दिमाक में यह प्रश्न उठ रहा होगा की आखिर लघु उद्योग कैसे प्रारम्भ करे और इसके लिए कितने पूंजी की आवश्यकता होगी , और इस प्रकार के उद्योग के लिए पूंजी की व्यवस्था कहा से करे, क्या सरकार इसके लिए योगदान प्रदान करती है , यह सब प्रश्न आपके मन में अगर उठ रहे है तो यह स्वाभाविक सी बात है क्योंकि यह प्रश्न उठना एक प्रारंभिक उद्यमी के लिए काफी सहज बात होती है, इन्ही प्रश्नो के लिए यह लेख तैयारी किया गया है इसलिए इस अंत तक पढ़िए |
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उद्यमी के लिए प्राथमिक तौर पर ये बिंदु होते है बेहद जरुरी / Small Business Tips
जैसा की आपको पता हो होंगे की कोई भी व्यवसाय को अगर आप प्रारम्भ करना चाहते है तो इसके लिए या तो अपने पहले से ही योजना बना कर रख ली होंगी या उसके विषय में सोचने का प्रयत्न जरूर किया होगा, तो आपको बता देता हु, किसी भी उद्योग को लगाने और उसमे किसी वस्तु का उत्पादन करना है , यह सबसे पहले तय करे की उसके लिए उपयुक्त बाते क्या होंगी जैसे की वस्तु का चुनाव , पूंजी की व्यवस्था, कारखाना स्थापित करने के लिए सही स्थान ,वस्तु के निर्माण में आने वाली मशीनरी के लिए उसके पते, कच्चा मॉल , सरकारी विभाग से लायसेंस , पूंजी की आपूर्ति के लिए विभिन्न ऋण स्त्रोत , तैयार मॉल बेचने के लिए विधि आदि के बारे में पूर्व से ही योजना बना लेना एक अच्छी उद्यमी की विशेषता होती है.
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सूझ बुझ और महेनत लती है रंग
एक नए उद्यमी को इन सभी की व्यवस्था करना बहुत जरुरी होता है और वह उसे स्वयं की करनी पड़ती है , जिसके लिए काफी अधिक परिश्रम और समय भी लगता है , इसलिए अगर आप एक नए उद्यमी हो या आने वाले समय में एक सफल उद्यमी बनना चाहते हो तो आपको इन सभी सही दिशा में कार्य करने से ही सफलता मिलने वाली है , इन सभी कार्यो में महेनत बहुत अधिक लगती है इसलिए महेनत करने से घबराने की बिलकुल भी आवश्यकता नहीं है. क्योकि स्वयं के द्वारा किये गए परिश्रम का फल लाभदायक होता है, अपनी सूझ बुझ , प्रयास , आर्थिक शक्ति , सामर्थय ट्रेनिंग शिक्षा की योग्यता पर ही आपके द्वारा शुरू किया गया उद्योग सफल हो सकता है|
फर्म या कारखाने का रजिस्ट्रशन
केंद्र एवं राज्य सरकार की और से लघु उद्योग हेतु विशेष सुविधाएं दी जा रही है जिसे नया उद्योग शूरु करने वालो को सरकारी औपचारिकताएं पूरी करने में मदद मिलती है, इसके लिए सबसे पहले अपने जिले क्षेत्र से सम्बंधित डायरेक्टर ऑफ़ इंडस्ट्री या उसके अधीनस्थ अधिकारी या जिला उद्योग अधिकारी से मिलकर जानकारी ले उनके विभग के नियमानुसार अपनी स्कीम लिखित प्रोजेक्ट रिपोर्ट की तीन प्रतिया दे | यहा से कोई अप्पत्ति नहीं का प्रमाण पत्र ले कर इसके बाद अपने उद्योग के रजिस्ट्रेशन से असंबंधित कर्यवाही करे और फार्म या कारखाने का रजिस्ट्रशन करवाए.
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कंपनी का पंजीकरण / Small Business Tips
यदि आप प्राइवेट कंपनी बनाना चाहते है तो आपको कंपनी बनने के पूर्व उसका पंजीयन करवाना अति आवश्यक है | यह रजिस्ट्रशन ‘ रजिस्टर ऑफ़ कम्पनीज ” के कार्यालय से किया जाता है रजिस्ट्रेशन करने के लिए पहले निर्धारित फार्म पर फर्म के दो या तीन प्रस्तावित नाम कंपनी रजिस्टर को दिए जाते है उनमे से जो भी नाम उपलब्ध हो उसका अनुमोदन रजिस्टर कार्यालय में कुछ दिनों के बाद दिया जाता है |
लघु उद्योग के लिए सहयता संस्थान
हमारे देश में लघु उद्योग के विकास के लिए स्थापित किये संस्थान जो की विभिन्न सुविधाएं प्रदान करते है |
लघु उद्योग सेवा संस्थान ऐसा संस्थान है जो की हर राज्य में होता है , उद्योग निदेशालय , राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम , राज्य लघु उद्योग निगम , राज्य वित्त निगम ऐसे संस्था है जो की एक उद्यमी को सहायता प्रदान करते है , जिसके द्वार एक उद्यमी अपने व्यवसाय के विकास हेतु सहयता प्राप्त कर सकता है .
By – Aman Baraskar
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