RULES OF EATING: क्या आप जानते हैं भोजन करने के नियम
RULES OF EATING FOR PEOPLE:- भारतीय संस्कृति में सुबह से लेकर शाम तक जीवन जीने के लिए कुछ वैज्ञानिक नियमों का निर्माण किया गया हैं। ठीक उसी तरह भोजन करने के लिए भीं नियम बनाएं गए हैं हम इस पोस्ट में भोजन करने से जुड़े नियमों को जानते हैं।
भोजन करने के नियम इस प्रकार है
- व्यक्ति जब भी खाना खाता है, उसे सबसे पहले भोजन मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। ऐसा करने से हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं।
- जमीन पर बैठकर भोजन करने से पृथ्वी की सकारात्मक तरंगें पैरों के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं।
- जब भी खाना खाएं थाली में एक साथ 3 रोटियां ना परोसें।
- जितनी आवश्यकता है उतना ही भोजन लें। अधिक भोजन लेकर थाली में छोड़ने और उसे कूड़े में फेंकने से माता अन्नपूर्णा नाराज होती हैं। इसके अलावा अन्न का अनादर भी होता है।
- खाना खाने के बाद भोजन की थाली में कभी भी हाथ नहीं धोना ( RULES OF EATING) चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी और माता अन्नपूर्णा रुष्ट होती हैं। जिसके प्रतिकूल प्रभाव से मनुष्य को धन हानि होने लगती है।
- भोजन सदैव पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके करना चाहिए।
- एक मान्यता के अनुसार खाना बनाने के बाद 3 रोटियां अग्निदेव को समर्पित करने के लिए निकाल लेनी चाहिए और बाद में इसे गाय, कुत्ते और कौवे को अर्पित कर देना चाहिए।
- शास्त्रीय नियमों के अनुसार जब व्यक्ति क्रोध में हो या किसी से ईर्ष्या की भावना रखता हो, तो उसे भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे में वह भोजन उसे पचता नहीं है।
- भोजन के तुरंत बाद पानी या चाय नहीं पीना चाहिए।
- शैय्या पर, हाथ पर रख कर, टूटे फूटे बर्तनों में भोजन नहीं करना चाहिए।
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