Rudraksha : देखे रुद्राक्ष कब और कैसे धारण करना चाहिए ?
Rudraksha : हम सभी को पता है कि रुद्राक्ष की हमारे हिंदू धर्म में बहुत मान्यता है कहा जाता है कि भगवान शिव के असुरों से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई है इसीलिए यह बहुत शक्तिशाली माना जाता है। रुद्राक्ष शिवजी का अंश है l साथ ही साथ रुद्राक्ष आयुर्वेद में सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली औषधि बताई गई है वेदों पुराणों में इसका उल्लेख होता हैl मनुष्य जीवन के लिए यह एक लाभकारी मणि और औषधि के रूप में काम करता हैl
किसे नहीं करना चाहिए रुद्राक्ष धारण
- रुद्राक्ष कोई भी व्यक्ति धारण कर सकता है बच्चे बूढ़े जवान सभी लोग इसे धारण कर सकते हैंl
- जो लोग मांसाहारी है उन्हें रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिएl
- गर्भवती स्त्री को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। अगर गर्भवती स्त्री रुद्राक्ष धारण कर भी लेती है पर प्रसूति से पहले उसे उतार देना चाहिएl
- मासिक धर्म के समय रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिएl
- किसी के अंत्येष्टि में भी रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिएl
- रात को सोते समय रुद्राक्ष उतार कर रखना चाहिएl
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रुद्राक्ष धारण करने के नियम | Rules for wearing Rudraksha
जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करते हैं उन व्यक्तियों पर शिव जी की असीम कृपा बनी रहती है साथ ही साथ स्वास्थ्य लाभ भी होता है रुद्राक्ष धारण करने से पहले हमें बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि अस्वच्छ स्थिति में रुद्राक्ष धारण ना करें l
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- रुद्राक्ष धारण हमेशा सोमवार पूर्णिमा इत्यादि महत्वपूर्ण दिनों को रुद्राक्ष धारण करने से अत्यधिक लाभ प्राप्त होता l
- रूद्राक्ष हमेशा लाल या पीले धागे में ही धारण करेंl
- नियमित सोते समय रुद्राक्ष को उतारकर रखते ताकि रुद्राक्ष खंडित ना होl
- रुद्राक्ष रजस्वला स्त्री को धारण नहीं करना चाहिएl
Note: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो,हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।