Ramesh Bhatia : हेमंत के 75 कदम के बाद वोट विरोधी नोटा समर्थक अभियान से प्रेरित नहीं हुए कांग्रेस नेता रमेश भाटिया

अब कांग्रेस छोड़ भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल को खुलकर समर्थन कर रहे झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस नेता श्री भाटिया।

Ramesh Bhatia : स्वतंत्रता संग्राम सैनानी परिवार ब्रज लाल भाटिया याने पक्का कांग्रेस परिवार तथा कट्टर कांग्रेसी नेता के रूप से जाने जाते रहे है। रमेश भाटिया उर्फ काका जो पूर्व कांग्रेस विधायक स्व. विनोद डागा के करीबी बल्कि झुग्गी झोपड़ी कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वर सिंह ठाकुर के दिल के टुकड़े रहे है। जिन्होंने बैतूल शहर में पिछले 35 वर्षो से अधिक समय से गरीब बस्तियों की जन समस्याओं को लेकर हमेशा आला अधिकारियों से रूबरू हुए हैं।

कांग्रेस ने उन्हे दो बार पार्षद टिकिट दी और वो जाकिर हुसैन जय प्रकाश वार्ड से चुने भी गए । वर्ष 2009-10 मे नपा अध्यक्ष बनने की दौड़ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शामिल भी रहे। लेकिन सफलता हासिल नहीं कर सके। उस वक्त नपा चुनाव में आशिक भाई BSP से खड़े हुए थे । जिन्होंने श्री भाटिया से अधिक वोट प्राप्त किए थे। श्री भाटिया ने नपा पार्षद की टिकिट जवाहर वार्ड से मांगी थी। लेकिन सोमेश त्रिवेदी को कांग्रेस का टिकिट दिया था।

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फिलहाल वार्ड से भाजपा का पार्षद चुना गया था।

तब श्री भाटिया ने निर्दलीय प्रत्याशी को खुलकर समर्थन किया था। पार्टी अब उन्हे विरोधी मान रही है। इस वर्ताव के चलते दिनो दिन काग्रेस पार्टी की मिजार्टी और विचार धारा से धीरे धीरे दूरियां बनने लगी । तब हाकी खिलाड़ी बबलू दुबे से निकटता उन्हे कांग्रेस की विचार धारा से दूर स्वच्छ भारत अभियान का सहयोगी बबलू हेमन्त दुबे के 75 दिन 75 कदम से प्रेरित होकर धीरे धीरे कांग्रेस की विचार धारा की मानसिकता बदलने लगी। पंडित हेमन्त बबलू दुबे अपने आप में दृसंकल्पित होने के साथ किसी भी समाज सेवा कार्य के लिए बेहद जुनून रखते हैं।

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श्री भाटिया की धर्म पत्नी केंसर पीड़ित थी उनकी मृत्यु से श्री भटिया को गहरा सदमा पहुंचा। बबलू दुबे भी केंसर पीड़ित हैं । उन्होंने केंसर पीड़ित के लिए बिगड़ी व्यवस्था और मंहगे इलाज के चलते पैसा के अभाव में मर रहे केंसर पीड़ित के लिए सरकार और उनके जनप्रति को कुछ हद तक जिम्मेदार माना है। बबलू दुबे ने एक समाज सेवक के रूप केंसर पीड़ित की उचित व्यवस्था मुफ्त इलाज वाजिब दाम मे दवाइयां कम्पनियों से उपलब्ध कराने के जिले से एक अनोखी पहल वोट विरोधी नोटा समर्थक के रूप शुरू किया।

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हेमंत ने किया था पर्चे बाँट कर विरोध | Ramesh Bhatia

हेमन्त अपने समर्थको के साथ रोज शाम शहर में पर्चे बाट कर वोट विरोधी के रूप में खुलकर केंसर पीड़ित मुक्त हो अभियान के तहत आमजन के बीच जाकर नोटा बटन दबाने के लिए अपील करने लगे । शहर में रोज लगभग तीन सौ लोगो से सम्पर्क करके अभियान में शामिल होने के प्रेरित करने लगे। अपने इस अभियान कही कहीं श्री भाटिया की कनेक्टिविटी थी लेकिन हेमंत दुबे की इस मुहिम को अब तक कांग्रेस नेता रमेश भाटिया पूरी तरह अपने जहन मे उतार चुके थे। लेकिन लगातार इस अभियान कि खबर लगने निश्चित रूप किसी एक राजनैतिक दल को आघात पहुंचा रहा था।

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सोशल मीडिया अभियान की सभी जानकारी उपलब्ध होने लगी । इसी बीच वोट विरोधी नोटा बटन दबाने कि अपील अभियान को बड़ा रूप देने के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी तो अपर कलेक्टर श्री जय प्रकाश ने एक आदेश के तहत अनुमति आवेदन को निरस्त कर दिया। जो समाचार पत्रों मे हेडलाइन बनी। वोट विरोधी नोटा समर्थक के इस अभियान को विराम लगा।

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सासंद दुर्गा दास उइके के साथ साथ नजर आने लगे थे श्री भाटिया | Ramesh Bhatia

लोक सभा सांसद डी डी उइके की नजदकियां अब उन्हे भाजपा समर्थक बनने के लिए श्री भाटिया को प्रेरित करने लगी । इसी बीच जब विधान सभा चुनावों में दावेदारीयों का दौर शुरू हुआ तो श्री भाटिया ने एक समाचार पत्र के लिए कहा कि कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील शर्मा चुनाव लडने के आगे आना चाहिए । श्री भाटिया के इस बयान से कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों खलबली मच गई थीं। और कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा समर्थकों को श्री भाटिया के प्रति नाराजगी भी सामने आने लगी। जैसी ही कमलनाथ ने जैसे ही निलय डागा को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया।

डागा समर्थकों के बीच हर्ष रहा तो वहीं अब हेमन्त खंडेलवाल को लेकर काका उम्मीद बढ़ने लगी थी । और जन सम्पर्क के दौरान रमेश भाटिया को भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल ने भाजपा पार्टी का गमछा पहनकर अभिनन्दन किया । उसी बीच कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री भाटिया ने भाजपा का समर्थन भी खुलकर किया जिसका वीडियो वायरल हो चुका था। बल्कि भाजपा प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल के साथ जन संपर्क करते भी नजर आए है।

कहना साफ है कि

सूत्रों कि माने तो हेमन्त दुबे बबलू के बढ़ते 75 कदम ने रमेश भाटिया को वोट विरोधी नोटा समर्थक के बाद अब कांग्रेस विरोधी भाजपा समर्थक बनने के प्रेरित किया है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी से श्री भाटिया के मुन्ना मानकर जैसे कई कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़ कर भाजपा मै तो कई दिग्गज भाजपा से कांग्रेस पार्टी मै शामिल हुए है। अब कांग्रेस कार्यलय के बाजू रमेश भाटिया की बिल्डिंग में कांग्रेस की जगह भारतीय जनता पार्टी का झंडा लहराता हुआ दिख रहा है।

वहीं इस संबध में Ramesh Bhatia का कहना है। कि वह हेमन्त खंडेलवाल की कार्य प्रणाली उनके द्वारा किए गए विकास के कार्य उन्हे प्रभावित करते हैं। कहा कि कांग्रेस पार्टी को अब उनकी ज रुवत नहीं है। तो कोई बात नहीं श्री भाटिया का कहना है वह सिर्फ जिले का विकास चाहते है जिनके लिए इस चुनाव में श्री खंडेवाल का समर्थन करते हैं इसलिए अगर भाजपा उन्हे कोई जिम्मेदारी देगी उसे वह निभाएंगे।

विशेष संवाददाता
योगेश गुप्ता ✍️
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