POLICE NEWS MP: जानिये पूरा मामला, प्रधान आरक्षक के खिलाफ दबाव बनाने का आरोप।
BETUL POLICE NEWS :- श्रीराम फाइनेंस कंपनी द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से वाहन कबाड़े में बेचने का मामला ,आवेदक ने पुलिस अधीक्षक से की शिकायत फाइनेंस कंपनी के खिलाफ नियम विरुद्ध कार्यवाही के आरोप।
POLICE NEWS MP :- लगभग 3 माह पूर्व श्रीराम फाइनेंस कंपनी में पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ एक वाहन मालिक ने नियम विरुद्ध तरीके से फाइनेंस वाहन को कबाड़े में बेचने का आरोप लगाया था। पटेल वार्ड निवासी राहुल झरबड़े पिता पंजाबराव झरबड़े द्वारा कोतवाली थाने में इसकी शिकायत की गई थी।
शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं करने पर आवेदक ने इस मामले को एसपी के भी संज्ञान में लाया था। आवेदक ने आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद फाइनेंस कंपनी में पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक अरविंद सिंह द्वारा समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
न्यायालय जाने की सलाह दी गई
आवेदक राहुल ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे आवेदन में बताया कि श्रीराम कम्पनी फायनेंस कम्पनी द्वारा मेरी बिना अनुमति के मेरे वाहन को कबाड़ में बेचने की शिकायत की थी। जिस पर कोतवाली के प्रधान आरक्षक अरविंद सिंह द्वारा जांच की गई जांच पश्चात मुझ पर दबाव बना कर समझौता करने तथा मेरे मना करने पर मुझे धारा 155 NCR का पर्चा फाड़कर मुझे न्यायालय जाने की सलाह दी गई।
आवेदक का कहना है कि वह पुलिस द्वारा की गई जांच से असंतुष्ट है। श्रीराम फायनेंस कम्पनी द्वारा अवैधानिक कार्यवाही की गई है। उन्होंने फायनेंस कम्पनी के मैनेजर के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने की मांग की है।
यह है पूरा मामला | POLICE NEWS MP
- आवेदक के मुताबिक 2021 में पुरानी टवेरा, नंबर एमपी 48बीसी 2900 जिसके लिए उन्होंने श्रीराम फाईनेंस से 3 लाख रूपए का लोन लिया था।
- किस्त प्रतिमाह 11.783 रूपए आ रही थी। किस्तों को वे निर्धारित समय पर देते रहे। लॉकडॉउन के दौरन आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण चार किस्त बाउंस हो गई।
- कंपनी ने भी बिना ब्याज दर के आगे बढ़ाने के आदेश जारी किए थे। इसके बावजूद चार किस्तों का ब्याज और पैनाल्टी रोपित करते हुए 1 लाख 50 हजार रूपए बकाया कर दिया। अभी तक उन्होंने 3 लाख रूपए जमा कर दिए है।
- 13 अगस्त 2023 को घर के सामने से उनकी अनुपस्थिति में कंपनी के राकेश धोटे, अंकुश मालवीय के कहने पर गाड़ी का लॉक तोड़कर गाड़ी को ले गए और कंपनी के यार्ड में खड़ी ना करते हुए वाहन को कबाड़े में बेच दिया गया।
- कंपनी से इंक्वारी करने पर फाईनेंस कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि गाड़ी कबाड़े में बेच दी है।
आवेदक का कहना है कि वाहन चला कर ही वे आजीविका चलाते थे। फाइनेंस कंपनी की अवैधानिक कार्रवाई के चलते वे आर्थिक और मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं।
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