Pharmacists Association: ने दिया ज्ञापन, मांगे नहीं मानी तो होगी हड़ताल।
Pharmacists Association Demand :- प्रदेश फार्मासिस्ट एसोसिएशन के आव्हान पर जिला फर्मासिस्ट एसोसिशन ने दस सूत्रीय मांगों को लेकर अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के नाम संबोधित एक ज्ञापन सिविल सर्जन अशोक बारंगा को सौंपा है। सर्व विदित है की सरकारों द्वारा अभी समय में संविदा की भर्ती ज्यादा मात्रा में की जाती है ,क्युकी जिस कर्मचारी को ५० से ६० हजार देने पड़ते है उतने में ही ४,५ लोगो को काम पर रखा जा सकता हैं।
Pharmacists Association ने ज्ञापन में मांग की गई
सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई है कि ग्रेड-पे सुधार, प्रदेश में फार्मासिस्ट ग्रेड-2 का प्रारंभिक वेतनमान 5200-20200-2400 है जोकि केन्द्रीय एवं अन्य राज्यों के फार्मासिस्टों को दिए जा रहे वेतनमानों की तुलना में सबसे कम है। केन्द्र के समान वेतनमान लागू किया जाए।
संविदा फर्मासिस्टों का नियमतिकरण
संचालन स्वास्थ्य सेवायें मध्य प्रदेश द्वारा नियमित पदों के विरूद्ध भर्ती किए गए 137 रेगूलर संविदा फार्मासिस्टों को रिक्त पदों के विरूद्ध समायोजित किया जाये। नेशनल हेल्थ मिशन में कार्यरत समस्त संविदा फर्मासिस्टों का नियमतिकरण किया जाये। संचालनालय स्तर पर फार्मेसी प्रकोष्ठ बनाया जाये सहित अन्य मांगें शामिल हैं। यह मांग कर्मचारियों की जायज भी है क्योकि कब भी चुनाव आते है सरकार अपने वादे करने का काम करती है लेकिन जैसे ही जित मिलती है अपने रंग बदलना चालू क्र देते हैं।
Pharmacists Association के ज्ञापन में यह भी
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि उक्त मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो समस्त फार्मासिस्ट 13 मार्च 2023 को सामूहिक अवकाश लेकर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिससे पूरे प्रदेश में शासकीय चिकित्सालयों में दवा वितरण का कार्य प्रभावित होगा। जिससे होने वाली असुविधा के लिए शासन-प्रशासन जिम्मेदार होगा।