Pandit Narendra Dubey:दान करने से जीवन में किसी भी प्रकार की विपत्तियों का सामना नहीं करना पड़ता।

Pandit Narendra Dubey Says Betul :- हिंदू उत्सव समिति जिला बैतूल एवं युवा साहू समाज सेवा संगठन जिला बैतूल के तत्वावधान में शिव मंदिर प्रांगण विनोबानगर बैतूल में शिव रुद्राभिषेक समारोह एवं शिव पुराण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को शिवपुराण महोत्सव का शुभारंभ समाजसेवी रमेश गुगनानी, श्रीमती सुनीता मनोज खंडेलवाल, श्रीमती ममता गोपाल साहू, श्रीमती निर्मला इंदल साहू, श्रीमती रेखा राठौर, श्रीमती रजनी राठौर ने शिव पुराण महोत्सव का शुभारंभ किया।

Pandit Narendra Dubey
Pandit Narendra Dubey की कथा में उपस्थित महिलाये

कथा का शुभारंभ करते हुए पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि दान देने से प्राणी दरिद्रता से हमेशा दूर रहता है। कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने दान के महत्व को विस्तार से बताते हुए कहा कि जल के दान करने से तृप्ति, दिल दान करने से उत्तम संतान सुख मिलता है। दान न देने से प्राणी दरिद्र होता है। दरिद्र हो जाने पर वह पाप करता है।

Pandit Narendra Dubey ने बताया पाप के प्रभाव से नरक में जाता है

पाप के प्रभाव से नरक में जाता है ,और नरक से लौटकर पुनः दरिद्र और पापी बन जाता है। अगर व्यक्ति को ईश्वर ने सुखी संपन्न बनाया है तो उसे दिन दुखी लोगों की सेवा के लिए अपने धन का दान करते रहना चाहिए। दान करने से व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार के कष्ट और विपत्ति नहीं आती है।

Pandit Narendra Dubey
शिवलिंग की पूजा करती महिलाये

कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि जितने धन से शरीर का निर्वाहन हो जाए अर्थात भोजन कपड़े एवं भवन के लिए जितने धन की आवश्यकता होती है अगर उतना धन प्राप्त हो जाता है तो व्यक्ति को आत्म संतुष्टि से रहना चाहिए। अधिकता किसी भी तरह से हानिकारक होती है ‌‌। अत्यधिक धन का इकट्ठा करने से या संचय करने से प्रकृति इस धन को स्वयं ही वापस ले लेती है।

Pandit Narendra Dubey ने कथा में कहा जल दान करने से तृप्ति

शिव पुराण महोत्सव में कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने कहा कि जल दान करने से तृप्ति, अन्य के दान करने से अक्षय सुख, तिल के दान करने से उत्तम संतान की प्राप्ति एवं दीप दान करने से उत्तम नेत्र , स्वर्ण दान से दीर्घायु एवं ग्रह दान से उत्तम भवन और रजत के दान करने से उत्तम स्वरूप , नमक का दान करने से दुर्भाग्य दूर होता है, तिल का दान करने से आत्मबल बढ़ता है, जी का दान करने से मानसिक और शारीरिक बीमारियां दूर होती है, वस्त्रों का दान करने से लंबी उम्र बढ़ती है शरीर का रोगों से बचाव होता है, अनाज का दान करने वाले व्यक्ति के घर में अन्न के भंडार हमेशा भरे रहते हैं। कथावाचक पंडित नरेंद्र दुबे ने बताया कि शिवपुराण में दान का विशेष महत्व बताया गया है।

27 फरवरी को महोत्सव का समापन

हिंदू उत्सव समिति एवं युवा साहू समाज सेवा संगठन बैतूल के द्वारा आयोजित होने वाले समारोह का समापन आज 27 फरवरी दिन सोमवार को किया जाएगा। आयोजन समिति के रमेश बुक नानी एवं गोपाल साहू ने बताया कि आज सोमवार को प्रातः 8 से 9 बजे तक शिव रुद्राभिषेक समारोह, प्रातः 9 से 12 बजे तक हवन पूजन समारोह का आयोजन किया जाएगा। दोपहर 12 से 3 बजे तक शिव पुराण कथा का वाचन पंडित नरेंद्र दुबे के मुखारविंद से किया जाएगा। शाम 4 बजे से 7 बजे तक भोजन प्रसादी वितरण किया जाएगा। आयोजन समिति के गोपाल साहू ने सभी से उपस्थित रहने का आग्रह किया है।

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