NEW PARLIAMENT: जानिए आलीशान नये संसद भवन की पूरी जानकारी कम से कम शब्दों में
NEW PARLIAMENT BUILDING OF INDIA :- देश की नई संसद भवन की कुछ तस्वीरें सामने आई है जो की प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के निरीक्षण के समय की हैं। TATA PROJECTS LIMITED के द्वारा बनने वाले इस भवन का शिलान्यास / आधारशिला 1 अक्टूबर 2020 को रखी गई थी जिसका निर्माण कार्य 10 दिसम्बर 2020 से शुरू किया गया था।
नई संसद की मुख्य बातें | HIGHLIGHTS OF THE NEW PARLIAMENT
- PROJECT 862 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होने वाला हैं।(भारत के केंद्रीय विस्टा पुनर्विकास परियोजना)
- इस प्रोजेक्ट की मुख्य ठेकदार कंपनी – TATA PROJECTS LIMITED है।
- इस भवन की आधारशिला 1 अक्टूबर 2020 को रखी गई थीं।
- निर्माण कार्य प्रारम्भ -10 दिसंबर 2020 से इसका कंस्ट्रक्शन शुरू हुआ था।
- वास्तुकार – बिमल पटेल
- स्वामित्व- भारत सरकार
- भूमिक्ष्रेत्र -700000 वर्ग फिट (7 लाख )
- सांसदों की बैठक क्षमता -1272 (लोकसभा -888 ) (राजयसभा -384 )
- उद्घाटन 28 मई 2023 (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा )
त्रिभुजाकार आकार के पीछे कारण |REASON BEHIND THE TRIANGULAR SHAPE
नई संसद त्रिभुजाकार आकर की बनाई गई हैं इस आकार के कारण यह ईमारत काफी चर्चा में भी हैं। इसे ऐसा रखने के पीछे वास्तुशात्र भी हैं वास्तु में या भारतीय संस्कृति में त्रिभुज का काफी महत्व बताया गया हैं, वैदिक संस्कृति में भी त्रिकोण का जिक्र मिलता हैं। कई तरह के तांत्रिक कार्यो में भी त्रिकोण का उपयोग किया जाता है ,कुल मिलाकर कहा जाये तो इन भवन का निर्माण वैदिक संस्कृति या वैदिक तरिके से कराया गया हैं।
WHY WAS THE NEW BUILDING NEEDED|नए भवन की जरूरत क्यों पड़ी ?
मौजुदा संसद भवन लगभग 100 साल पुराण हैं जो की एक ग्रेट हेरिटेज भी हैं इस भवन का निर्माण 1921 -1927 के बिच कराया गया था। पुछले कुछ वर्षो से संसदीय गतिविधियों और उसमे काम करने वालों में कई गुना वृद्धि देखि गई हैं। साथ ही इसमें कई जगहों पर मरम्मत, वेंटीलेशन सिस्टम, इलेक्ट्रिसिटी सिस्टम, ऑडियो-वीडियो सिस्टम जैसी कई चीजों में सुधार की की जरूरत है। और यह भवन भूकंप रोधी तकनीक से लेस भी नहीं है।
2026 तक तो ठीक फिर आगे होंगी समस्या
84वें संविधान संशोधन, 2001 में कहा गया है कि 2026 तक यथा स्थिति बरकरार रहेगी। 2026 में परिसीमन के बाद बढ़ने वाले संसद सदस्यों का भार उठाने में वर्तमान संसद भवन की इमारत सक्षम नहीं है। सांसदों की बढ़ती संख्या को यहाँ बेहतर तरीके से मैनेज कर पाना थोड़ा कठिन हो जाएगा। साथ ही आधुनिक सुविधाओं को उपयोग करने में भी बहुत सी दिक्क्तों का सामना करना पद रहा था।
CO-ORDINATION में होंगी आसानी
ऐसे में सरकार ने नया संसद भवन बनाने का फैसला लिया। नई इमारत बनाने का एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि मंत्रालयों के ऑफिस अलग-अलग जगहों पर हैं। इस वजह से CO-ORDINATION में दिक्कतें आती हैं। नए प्रोजेक्ट में सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी ऑफिस एक ही जगह पर हों।
NEW PARLIAMENT BUILDING IMPORTANT POINTS
- नया संसद भवन को विश्व की सबसे आधुनिक इमारत के तौर पर तैयार किया जा रहा है।
- तैयार होने पर इस इमारत में 2000 लोग प्रत्यक्ष और 9000 अप्रत्यक्ष रूप में आराम से बैठ सकेंगे।
- नई इमारत करीब 64,500 स्क्वायर मीटर में फैली हैं।
- इसके निर्माण पर 971 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
- नई बिल्डिंग पूरी तरह भूकंपरोधी होगी।
PARLIAMENT BUILDING में बैठक व्यवस्था कैसी होंगी
- इस संसद भवन में लोकसभा में 888 सीटें होंगी।
- विजिटर्स गैलरी में भी 336 लोग बैठ पाएंगे।
- नई राज्यसभा में 384 सीटें होंगी।
- विजिटर्स गैलेरी में 336 लोग बैठ सकेंगे।
- इस इमारत में कैफे, लाउंज, डाइनिंग एरिया, मीटिंग के लिए कमरे, अफसरों और बाकी कर्मचारियों के लिए हाईटेक ऑफिस बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी नई संसद भवन का उद्घाटन 28 मई 2023 को करेंगे, यह भवन करीब 28 महीने में बन कर तैयार हुआ हैं। RESEARCH MR ✒️✒️✒️✒️
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