KAMATH NEWS :ग्राम कामथ में लगा भजन मंडलियों का महा कुम्भ
GOOD NEWS BETUL :- ग्राम कामथ में लगा भजन मंडलियों का महा कुम्भ कला और कलाकार को सहेजने बैतूल विरासत समिति का सार्थक प्रयास।
KAMATH NEWS BETUL :- ग्रामीण इलाकों में भजन मंडलियों के भजनों को सुनने और सुनाने की कला सैकड़ों वर्ष पुरानी है। आज भी ग्रामीण इस कला को संजोए हुए हैं , लेकिन युवा वर्ग पर हावी होती पाश्चात्य संस्कृति की वजह से अब ईश्वर, देवी देवताओं से जुड़ी इस कला पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है।
भारतीय संस्कृति विलुप्त ना हो इसके लिए सामाजिक संस्था बैतूल विरासत समिति पिछले कई वर्षों से प्रयासरत है और यही वजह है कि पिछले 8 वर्षों से समिति के माध्यम से बड़े पैमाने भजन मंडलियों को स सम्मान आमंत्रित कर आयोजन कराया जा रहा है।
प्रतिवर्षानुसार आयोजन हुआ
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी समिति के संयोजक राजू अनुराग पंवार एवं अध्यक्ष बिंदु पंवार के सार्थक प्रयासों से 24 मई की रात्रि अपने ग्रह ग्राम स्थायी निवास मुलताई विधान सभा के ग्राम कामथ में भजन मंडलियों के महा कुम्भ का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में क्षेत्र के लगभग 70 ग्रामों की 100 मनलियों ने शामिल होकर भजनों की एक से बढक़र एक प्रस्तुति दी।
भजन मंडलियों का कार्यक्रम दूसरे दिन तक चलता रहा
कार्यक्रम की शुरुवात अनुराग इंटरप्राइजेस के संचालक एवं राजू पवार के बड़े भाई नरेश पवार ने पूजन अर्चन करके की। रात्रि 9 बजे से शुरू हुआ भजन मंडलियों के महा कुम्भ का कार्यक्रम दूसरे दिन सुबह तक चलता रहा। भजनों का आनंद लेने के लिए आस पास के दर्जनों ग्रामों से हजारों की संख्या में महिलाएं , पुरुष , बच्चे एवं बुजुर्ग ग्राम कामथ पहुंचे थे। जिन्होंने रात भर देवी देवताओं के भजनों का रस पान किया।
समिति के संयोजक ने ग्रामीणों को सम्बोधित किया
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बैतूल विरासत समिति के संयोजक राजू अनुराग पवार ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि, पिछले 8 वर्षों से उनके द्वारा इस तरह का आयोजन लगातार किया जा रहा है। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी सनातन धर्म का बोलबाला स्थायी रूप से मौजूद है।
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प्रत्येक गांव में देवी देवताओं को समर्पित सनातनी ग्रामीण धर्म के प्रति अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं । हर ग्राम में महिला भजन मंडल और पुरुष भजन मंडलियों का बोलबाला है। लेकिन देखने मे आ रहा है कि आज पाश्चात्य संस्कृति हमारे युवाओं पर हावी होती जा रही है।
100 से अधिक कलाकरों की प्रस्तुति
सनातन से जुड़ी भजनों की यह परंपरा और कला को जीवित रखने के लिए गांव के युवा, महिलाएं और पुरुष हमेशा प्रतिबद्ध रहे हैं । भजनों का गायन करने वाले कलाकारों में हतोउत्साह कई भावना ना आने पाए और हम सभी मिलकर हमारी इस सनातनी कला को जीवित रख सकें यही हमारी कोशिश है।
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जिसमे ग्रामीण भजन मंडलियों का पूरा पूरा सहयोग मिल रहा है। यही वजह है कि इस वर्ष भी भजन मंडलियों के महा कुम्भ का आयोजन किया गया। रात भर चले इस महाकुंभ में 100 से अधिक महिला एवं पुरुष भजन मंडलियों ने आधुनिक एवं प्राचीन वाद्य यंत्रों की ताल पर एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुति दी ।
भजन मंडलो को पुरस्कृत भी किया गया
आलम ये था कि रात भर कार्यक्रम में उपस्तिथ हजारों श्रद्धालु भजनों का रस पान करते रहे। श्री पवार ने बताया कि, प्रोत्साहन स्वरूप प्रत्येक भजन मंडल को इस अवसर पर पुरुस्कृत भी किया गया। समिति के इस प्रयास से ग्राम घाट पिपरिया का महिला भजन मण्डलं इतना ज्यादा प्रभावित हुआ कि उन्होंने मंच पर ही समिति के संयोजक राजू अनुराग पवार एवं अध्यक्ष श्रीमती बिंदु पवार को सम्मानित किया।
वरिष्ठ पत्रकारों ने भी शिरकत की
कार्यक्रम में मुलताई (KAMATH NEWS) के भी कई वरिष्ठ पत्रकारों ने शिरकत की जिन्हें समिति द्वारा सम्मानीत किया गया। कार्यक्रम की सफलता में समिति के सोहन कोडले, मनोज कामडी, विनय पवार, सतीश डोंगर्दिये, विकास पवार,जगत चौधरी,छोटे सिंह रघुवंशी, हेम सिंह चौहान, शेसरावजी का विशेष योगदान रहा।
कार्यक्रम का समापन आरती से हुआ
मंच संचालन अर्जुन सिंह रघुवंशी एवं आभार गोलू ठाकुर, आदेश पवार एवं दिनेश कसारे ने किया। टेंट एवं साउंड की व्यवस्था टीनू भावसार एवं नितेश जी द्वारा संभाली गयी थी। कार्यक्रम का समापन ईश्वर के पूजन अर्चन एवं आरती के साथ किया गया।
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