Balajipuram Temple : भारत का पाँचवा धाम बालाजीपुरम, देखे ख़ासियत
India’s fifth abode Balajipuram Temple : भारत का पाँचवा धाम कहा जाने वाला मंदिर बालाजीपुरम बैतूल बाजार में स्थित है। यह भारत के खूबसूरत राज्य मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के बैतूलबाजार नगरपरिषद में स्थित है। श्री रुक्मणी बालाजी मंदिर बैतूल जिले के दर्शनीयक स्थलो में से एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह बैतूल जिले से लगभग 7- 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। यहाँ पर महाराष्ट्र के लोग काफ़ी तादाद में दर्शन करने आते है। श्री रुक्मणी बालाजीपुरम मंदिर का परिसर 10.5 एकड़ में फैला हुआ है। साल 2001 में दक्षिणी भारतीय सैली से इस मंदिर को सैम जी वर्मा ने बनाया था।
बालाजीपुरम मंदिर का इतिहास | History of Balajipuram Temple
इस मंदिर का निर्माण बैतूल बाजार निवासी सेम वर्मा जी द्वारा कराया गया था। वर्मा जी द्वारा इस मंदिर को उनके माता पिता जी की स्मृति में बनाया गया। कहते है साल 1966 में जब सेम वर्मा जी परिवार के साथ तिरुपति बालाजी के दर्शन करने गए थे तब उसके मन में ख्याल आया कि हम भी एक ऐसा मंदिर बैतूल में बनाएंगे। जो लोग इतने दूर दर्शन करने नहीं पहुंच सकते उन्हें हम बैतूल में बालाजी के दर्शन कराएँगे। और ऐसी सोच के साथ उन्होंने इस मंदिर का निर्माण अपने माता पिता जी की स्मृति में शुरू कर दिया। इस मंदिर को सबसे अलग बनाने के लिए देश-विदेशो के इंजिनियर, साधु- संतो और कारीगरों की मदद ली गयी थी।
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बालाजीपुरम की सुन्दरता
बालाजीपुरम भगवान श्री रुक्मणी बालाजी के विशाल मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर आपको बहुत साडी कलाकृतियां और विभिन प्रकार की मूर्तियाँ देखने को मिलेंगी। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार काफी बड़ा है जिसपर भगवान की मूर्ति बनाई गई है। साथ ही आपको मुख्य द्वार पर दो बड़े हाथी भी देखने मिल जायेंगे हैं। प्रवेश द्वार आपको आर्टिफिशियल तालाब देखने मिलेंगा। जिसमे मछलियां और फव्वारे लगे हुए है। उसके बाद आपको मुख्य मंदिर श्री रुक्मणी बालाजी का दिखाई देंगा जिसकी ऊंचाई 111 फीट है। मंदिर पूरा पीले रंग का है जो एक स्वर्ण मंदिर जैसा दिखाई देता है, यह लोगों के लिए सुंदरता के कारण आकर्षण का केन्द्र है।
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मंदिर का निर्माण आंध्र प्रदेश के कलाकारों ने करवाया था। इसकी सुंदरता वास्तु कला, वास्तुशास्त्र पर आधारित है। यहां हमारी संस्कृति, पूजा, सामाजिक संस्कृति आदि का परिचय देता है। इस मंदिर में आपको सम्पूर्ण रामायण का अंश देखने को मिलेगा वो भी मूर्तियों की झाकियों के साथ। आपको इस मंदिर के साथ साथ 40 और मंदिरों के भी दर्शन मिल जायेंगे। मंदिर के अंदर आपको वन विहार, नौका विहार आदि का भी आंनद मिलता है।
बालाजीपुरम के प्रमुख स्थान | Places to visit in Balajipuram
- क्षीर सागर
- चित्रकूट धाम
- वैष्णो माता मंदिर
- बारह ज्योतिर्लिंग
- छिपकली मंदिर
- हनुमान मंदिर
- शेषनाग गुफा
- नौग्रह मंदिर
- फिश टेंक
- नौकाविहार
- झूले और गार्डन
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