HEART ATTACK IN KIDS: क्या अभिभावक 4-6 वर्ष में बच्चो को DOCTOR, ENGINEER, IAS, IPS देँगे ?
बच्चो को हार्ट अटैक क्यों आ रहे हैं:- बच्चो को कम उम्र में ही हार्ट अटैक आने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं प्रत्येक पेरेंट्स को जानना जरूरी हैं। और अपने पालन पोषण के तरीको में बदलाओ करना चाहिए।
HEART ATTACK IN KIDS AND PARENTING TIPS FOR SCHOOL KID’S :- तेज रफ़्तार से दौड़ रहीं दुनिया में स्पीड से भागने के लिए आज के माँ बाप को अपनी संतान को तेज बनाने का जो चलन समाज में दिखाई दे रहा हैं। उसको देख के लगता हैं की एक समय बाद बचपन का गला घोट दिया जायेंगा। पढाई को आज के समय में बोझ बना दिया गया हैं।
10 से 20 किलो का वजन लेके जब कोई बच्चा चलते दिखाई देता हैं तो वह किसी मजदुर जो की दिन भर भारी सामान का काम करता हैं उसके जैसा दिखाई देता हैं।
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10 वर्षीय छात्र की हार्ट अटैक से मृत्यु |
खबर में आया था की एक बच्चे की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई (HEART ATTACK IN KIDS) इसके पीछे का जब कारण पता चला तो उसके रिजल्ट चौंका देने वाले निकले। डॉक्टरों ने निचे बताये गए कारण को जिम्मेदार ठहराया।
- बच्चे को सुबह कच्ची नींद में उठाना। (नींद पूरी नही होना)
- बगैर नाश्ता करवाये स्कूल भेजना।
- बगैर नाश्ता करवाये स्कूल भेजना।
- बच्चे के कुल वजन से ज्यादा स्कूल बैग ले जाना।
- स्कूल का होमवर्क कम्प्लीट न होने पर टीचर का प्रेशर।
- ठंडा लंच न खा पाना।
- स्कूल से आते ही नहाना जबरन भोजन करवाना।
- बगैर आराम किये घर में होमबर्क कम्प्लीट करने का प्रेसर इत्यादि।
जरा विचार करके देखें | WHY HEART DISEASE IN KIDS
आप देखो आप कितने पढे लिखे है एवं आपने कब स्कूल जाना शुरू किया, आप उस मासूम बच्चे की जान के पीछे क्यों पड़े है। हम केवल एक दूसरे की होड़ में बच्चों का बचपन मार रहे है। आप जवान है तो सुबह 5 AM बजे उठ कर 2.30 PM बजे तक रेगुलर काम करके दिखाए और फिर भोजन करके तुरन्त फिर काम करके दिखायें। छोटे से मासूम बच्चों के साथ इतना अन्याय क्या सही है? अपने दिल पर हाथ रख कर विचार करिए आप एक मासूम के साथ कितना अन्याय कर रहे है।
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