Ghoradongri News : नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में भ्रष्टाचार का पंजा

मस्टर में हाजरी लगाए बिना किया जा रहा भुगतान कर्मचारियों के नाम पर जेडी अध्यक्ष, सीएमओ कर रहे राशि की बंदरबांट बजट की बैठक में उठा अर्ध कुशल कर्मचारियों के भुगतान का मामला

Ghoradongri News : नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में आयोजित बजट की बैठक में वार्ड क्रमांक 10,11 के पार्षद राकेश नानकर, सुरेंद्र चौहान ने ऐसे पांच कर्मचारी की पेमेंट का मुद्दा उठाया जो नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में काम नहीं करते हैं और पेमेंट कुशल कर्मचारी का लेते हैं। बैठक में पार्षद सुरेंद्र चौहान, राकेश नानकर ने कर्मचारियों की पेमेंट पर चर्चा करते हुए पांच ऐसे कर्मचारियों की जानकारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी से पूछी जिनके 2 साल से पेमेंट का भुगतान नगर परिषद घोड़ाडोंगरी से होता है और वह कर्मचारी यहां पर काम नहीं करते हैं।

नगर परिषद सीएमओ ने उन्हें बताया कि यह 5 लोग जेडी कार्यालय भोपाल में काम करते हैं। जबकि इस मामले में यह जानकारी सामने आ रही है कि इन पांच कर्मचारियों का मस्टर में हाजरी लगाए बिना भुगतान किया जाता है। इन कर्मचारियों के किसी अन्य जगह अटैचमेंट होने के भी कोई आदेश नहीं है।

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5,2,1 के बोल बता रहे गंभीर है मामला | Ghoradongri News

नगर परिषद में अर्ध कुशल और कुशल कर्मचारी की भुगतान का मामला सामने आने पर जब अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा की गई तो नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ऋषिकांत यादव ने बैठक में सभी पार्षदों के सामने पहले पांच कर्मचारी जेडी ऑफिस भोपाल में काम करने की बात कही, फिर यही पांच कर्मचारियों के बारे में बीजेपी पार्षदो के सामने बताया कि यह पांच कर्मचारियों में दो कर्मचारी अध्यक्ष मैडम के यहां काम करते हैं, दो जेडी कार्यालय होशंगाबाद भोपाल में एक गौशाला में काम करता हैं।इनको पहले से रखा हुआ है, अटैचमेंट का कोई आदेश नहीं है, सब मौखिक आदेश पर हो रहा है।

वहीं नर्मदापुरम संभाग के जेडी सुरेश बेलिया ने बताया कि उनके पास एक कर्मचारी अटैच है जो उनका ड्राइवर है। संभाग कार्यालय नया होने के कारण कर्मचारी की सैंक्शन नहीं होने के चलते कुछ नगर पालिकाओं से कर्मचारी अटैच किए गए हैं जिसके तहत एक कर्मचारी मेरे पास अटैच है। इसके बाद दोनों अधिकारियों के बताए गए पक्षों से यह गणित सामने आया कि कभी जेडी कार्यालय के पास पांच कर्मचारी कभी दो, कभी एक कर्मचारी अटैच है, जिसकी गहराई में जाने पर अध्यक्ष के पास और गौशाला में भी कर्मचारी अटैच होने की खबर बाहर आई।

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जांच करने वाले अधिकारी ही बंदरबांट में शामिल Ghoradongri News

इस संपूर्ण प्रकरण में जो तथ्य सामने आए हैं उससे साफ नजर आ रहा है किस तरीके से शासकीय पैसों को ठिकाने लगाए जा रहे हैं। जिसको इन प्रकरण की जांच करना चाहिए था वह भी इसमें शामिल है जिससे ऐसा लग रहा है कि घोड़ाडोंगरी के इस प्रकरण की जांच सिर्फ सीएम हाउस से आदेश आने के बाद ही हो सकती है अन्यथा संपूर्ण खबर मनोरंजन के उद्देश्य से ही पढ़ने के लिए है।

नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के इन कर्मचारियों की शिकायतें प्राप्त करने के बाद भी कार्रवाई करने के लिए आज तक कलेक्टर बैतूल ने भी इसमें कोई भी रुचि नहीं दिखाई जिससे इस विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार एवं विवादित सीएमओ की कार्य प्रणाली पर अंकुश लग सके। वहीं संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग के पास कर्मचारी अटैच होने के कारण यह बात लोगों को साफ नजर आ रही है कि संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल के पास कर्मचारी अटेच होने के कारण संयुक्त संचालक घोड़ाडोंगरी सीएमओ ऋषिकांत यादव की विवादित कार्य प्रणाली पर कार्यवाही इसलिए ही नहीं करते है।

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क्या कहते हैं वार्ड पार्षद

वार्ड क्रमांक 11 के भाजपा पार्षद सुरेंद्र चौहान का कहना है कि नगर परिषद में जब भी कोई काम के लिए कहा जाता है तो कर्मचारियों की कमी सामने आती है उन कर्मचारियों की भर्ती ना करते ऐसे कर्मचारियों पर पैसा खर्च किया जा रहा है। इन कर्मचारियों को नगर परिषद में तत्काल उपस्थित कराकर इन से काम कराया जाए।

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