Garud Purana Upay: ज्यादा पैसे कैसे कमाए गरुड़ पुराण में है उपाय ?

Garud Puran aur Dhan :-गरुड़ पुराण वैष्णव सम्प्रदाय से सम्बन्धित एक महापुराण है। यह सनातन धर्म में मृत्यु के बाद सद्गति प्रदान करने वाला माना जाता है। इसलिये सनातन हिन्दू धर्म में मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण के श्रवण का प्रावधान है। इस पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान विष्णु हैं।

Garud Purana Upay in Hindi :- भारत में ज्यादा से ज्यादा लोग धार्मिक प्रवृति के रहते हैं,जो की देवी देवताओ के और उनके उपायों में ज्यादा मानते है। आज के समय में लोगो को अधिक धन कमाने का मन होता है। और वह अलग -अलग उपाय करते रहता है। ऐसे ही उपाय गरुड़ पुराण में दिए गए है जिससे की आप बड़ी जल्दी से अमिर बन जायेगे।

Garud Purana Upay
image credit- श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर विवाह समिति

हिंदू धर्म में गरुण पुराण को महापुराण (Garud Purana ) कहा गया है क्योंकि यह न केवल जन्‍म, मृत्यु और मृत्यु के बाद आत्मा के सफर को लेकर बहुत अहम बातें बताता है। बल्कि इसमें स्वर्ग-नरक की अवधारणा, पाप पुण्य, कर्मों के फल आदि पर बहुत विस्तार से चर्चा की गई है। इसके अलावा गरुण पुराण जीवन से जुड़ी वह बातें भी बताता है जिन्‍हें सुखद जीवन जीने के लिए जरूरी माना गया है।

करोड़पति होने के बाद :-

धन भी जीवन के लिए बहुत जरूरी है, लिहाजा गरुड़ पुराण में धन को लेकर भी जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया है कि व्यक्ति को धन का सही उपयोग कैसे करना चाहिए वरना धन का गलत उपयोग अमीर आदमी को भी कम समय में गरीब बना सकता है या करोड़पति होने के बाद भी व्यक्ति अपने धन का आनंद नहीं ले पाता है।

धन का उपयोग कैसे करें :-

  • ऐसा धन जो किसी व्यक्ति को सुविधा संपन्न जीवन जीने में उपयोग न आए और ना ही उसके परिवार के उपयोग में आए, वो धन-दौलत व्‍यर्थ है।
  • धन का सही उपयोग तभी है जब व्यक्ति स्वयं और अपने परिवार को जरूरी सुविधाएं दे पाए।
  • धर्म-शास्त्रों(Garud Purana Upay) के अनुसार ऐसा धन जो परिवार की महिला की रक्षा ना कर पाए वह धन जल्दी ही नष्ट हो जाता है।
  • घर की महिलाओं को लक्ष्मी का रूप माना गया है और महिला का अपमान माता लक्ष्मी का अपमान होता है। माता लक्ष्‍मी ऐसे स्थान पर कभी निवास नहीं करती हैं।

ऐसा धन जिसका उपयोग किसी गरीब की मदद करने में ना हो, दान धर्म में ना हो वह जल्द ही नष्ट (Garud Purana Upay)हो जाता है। धन का सदुपयोग तभी है जब उसका उपयोग जरूरतमंदों की मदद करने में किया जाए और दान धर्म में किया जाए।

Note: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।

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