INDIA नाम पर विवाद: क्या सरकार नाम बदलने की मांग पर विचार करेगी?

Dispute name of india : G-20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ के स्थान पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने पर भारत के नाम को लेकर विवाद शुरू हो गया है। विपक्ष का यह मानना है कि सरकार पांच दिवसीय जो विशेष सत्र शुरू कर रही है उसमें सरकार इंडिया के नाम को बदलकर भारत करने का मुद्दा उठाएंगी । कुछ लोग INDIA नाम को भारत नाम से बदलने की मांग कर रहे हैं, जबकि अन्य इस मांग का विरोध कर रहे हैं।

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा

जो लोग भारत नाम पर आपत्ति जता रहे हैं उन्हें संविधान पढ़ना चाहिए। “भारत नाम संविधान में है और यह भारत की प्राचीन संस्कृति और विरासत का प्रतीक है। जब आप भारत कहते हैं, तो एक अर्थ, एक समझ और एक अनुमान आता है और मुझे लगता है कि यही हमारे संविधान में भी परिलक्षित है।”
यह बयान जयशंकर द्वारा ANI के एक इंटरव्यू के दौरान दिया गया ।

जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेता इंडिया के नाम को बदलने की मांग कर रहे हैं। भाजपा का तर्क है कि इंडिया नाम विदेशी उपनिवेशवाद का प्रतीक है और इसे भारत नाम से बदल दिया जाना चाहिए।

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सूत्रों की मानें तो सरकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद-1 में भारत की परिभाषा में इस्तेमाल किए गए ‘इंडिया यानी भारत’ शब्द से ‘इंडिया’ शब्द हटाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत काल के पांच व्रतों पर जोर देते हुए कहा था कि इनमें से एक गुलामी की मानसिकता से मुक्ति भी शामिल है।

विपक्षी दलों ने जताई आपत्ति | Dispute name of india

  • विपक्षी दलों ने भाजपा की इस मांग का विरोध किया है।
  • कांग्रेस ने कहा है कि यह एक “बेतुका और अनावश्यक” कदम है।
  • तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि यह सरकार की “छद्म राष्ट्रवादी” छवि को दर्शाता है।
  • विदेश मंत्री के बयान के बाद भी विपक्षी दलों ने अपनी मांग को जारी रखा है।
  • कांग्रेस ने कहा है कि वह भारत के नाम को बदलने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पेश करेगी।
  • तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह भारत के नाम को बदलने के लिए आंदोलन करेगी।

भारत के नाम को लेकर विवाद एक जटिल मुद्दा है। इस मुद्दे पर विभिन्न दलों के अलग-अलग विचार हैं। यह देखना बाकी है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेती है। इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो,हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।

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