Child’s Education : क्या आपका भी बच्चा पढ़ाई के नाम से करता है आनाकानी, अपनाये ये टिप्स
Child’s Education : आज के समय में सभी मम्मी-पापा के लिए अपने खुद के बच्चो को पढ़ाना-लिखना बहुत मुश्किल सा हो गया है। साथ ही बच्चों में पढ़ाई के प्रति इंट्रेस्ट जगाना भी बहुत मुश्किल सा हो गया है। बच्चों को बहुत से मम्मी-पापा पढ़ाई करने के लिए मारते भी है और गन्दा-गन्दा बोल कर उन्हें डाटते भी है। लेकिन क्या आप जानते हो आपके इस तरह के व्यवहार से बच्चे चिढ़-चीड़ हो जाते है और पढ़ाई के साथ- साथ आपसे भी दूर होने लगते है। अगर आप चाहते है की आपका बच्चा अच्छी तरह पढ़ाई करे,खुद से ही पढ़ाई लिखाई करने लगे तो आपको आज हम कुछ आसान से टिप्स देंगे जो अगर आपको सही लगे तो आप भी अपना सकते हो।
पढ़ाई में मन लगाने के लिए कुछ आसान टिप्स | Child’s Education Tips
अच्छा और शांत माहौल
जब भी आपका बच्चा कुछ पढ़ने लगे तो आप घर के माहौल में शांति बनाये रखें, घर में लड़ाई झगड़े न करे और आपस में इधर-उधर की घर परिवार की बातें न करे जिससे की बच्चे का मन आपकी बातो में लग जाये। हो सके तो जहाँ बच्चा पड़ने बैठता हो वहाँ की जगह और आस-पास साफ-सफाई रखे और पर्याप्य लाइट की व्यवस्था करे। जब आस-पास का माहौल अच्छा और शांत रहेंगा तो बच्चे का मन अच्छी तरह पढ़ाई में लगने लगेंगा और वह खुद से पड़ने के तरफ़ फ़ोकस करने लगेंगा।
READ MORE : Tirupati Balaji Temple : देखें तिरुपति बालाजी से जुड़े कुछ रहस्य और बाल दान करने का कारण
प्रशंसा करे | Child’s Education
आज कल के मां पापा की समस्या यही है की वह अपने बच्चे को दूसरे के बच्चे से कम्पेयर करने लगते है और अपने ही बच्चे को नीचा और कमजोर साबित करने लग जाते है लेकिन आप यह सबसे बड़ी गलती करते हो। हमेशा अपने बच्चे द्वारा किये गए कार्यो की प्रशंसा करना चाहिए साथ ही सरहाना चाहिए की अगली बार इससे अभी अच्छा कार्य करे उससे बच्चे को एक पॉजिटिव ऊर्जा मिलती है जिससे उनके द्वारा किये पढ़ाई या कोई कार्य में और भी रूचि आने लगती है। मॉमजंक्शन के अनुसार, बच्चों को एप्रिशिएट करना बहुत जरूरी है, अगर आप केवल उनमें कमियां निकाल रहे हैं तो उनका मन उदास रहेगा और वे मन लगाकर कभी भी नहीं पढ़ेंगे।
व्यायाम कराये
अगर आपको लगता है बच्चा घर में रहकर मोबाइल में थोड़ी देर कुछ देख कर या मोबाइल में कोई गेम खेल कर पढ़ने लगेंगा तो यह गलत है जब तक बच्चा अंदर से गुड फील नहीं करता है तब तक उसका मन पढ़ाई में मन नहीं लगता है। बच्चे की अच्छी पढ़ाई के लिए उन्हें दूसरे बच्चो के साथ कुछ घंटो के लिए खेल-खेलने दे, हो सके तो बच्चे के साथ आप भी व्यायाम करे जिससे उसका मानसिक और शारीरिक सेहत बेहतर रहेगा और उसका पढ़ाई में अपने आप इंट्रेस्ट आने लगेंगा। WHO के अनुसार, योग करने से बच्चे की पढ़ाई पर सकारात्मक असर पड़ता है, उनका मन एकाग्रचित होता है वे बेहतर तरीके से पढ़ाई कर पाते हैं।
READ MORE : Cable Chori Our MAUT: चोरी करने के दौरान दो युवकों की मौत
खान-पान पर विशेष ध्यान
अब आप सोचोंगे की पढ़ाई का खाने-पीने से क्या सम्बन्ध तो आपको बता दे की अगर बच्चे का पेट खाली रहेंगा या उसका मन किसी और चीज खाने की तरह रहेंगा तो उसका मन पढ़ाई में नहीं लगेगा। इसलिए जब भी बच्चा पढ़ने बैठे उसके पहले उसे नार्मल खाना पेट भर खिलाये। बच्चों को जंक फूड खाने से रोकें साथ ही हेल्दी डाइट दें। बच्चों को सभी चीजे खिलाये और साथ में भी खाये जिससे उनकी हैबिट में सब खाने की आदत बनी रहेंगी। जब भी बच्चे पढ़ाई कर रहे हो तो उनके सामने कुछ भी खाने पिने बातें न करें।
अच्छी नींद
जब भी बच्चे सो रहे हो तो उन्हें बार-बार उठा कर डिस्टर्ब न करे। क्योकि बच्चों की नींद पूरी नहीं होने से बच्चे चिड़चिड़े हो जाते है और फिर उनका मन पढ़ाई में नहीं लगता है। पढ़ाई वाले बच्चो को कम से कम 8-9 घंटे की नींद जरूर पूरी करने दे। इस तरह उनका ब्रेन पढ़ाई के समय एक्टिव रहेगा और वे नॉलेज के साथ पढ़ाई को एन्जॉय कर सकेंगे। जब तक हो सके बच्चों को दिन में सोने से माना करे क्युकी ऐसे में बच्चों में रेस्ट के साथ-साथ आलस्य आता है और दिन में सोने वाले बच्चे रात में सोने के लिए नाटक भी करते है।
प्रेशर न बनाये
अगर आप बच्चे को हर समय पढ़ाई का प्रेशर देंगे तो इसका नकारात्मक असर होगा। अगर बच्चे पर ओवर लोड देंगे तो यह भी उसे पढ़ाई से दूर करने का काम करेगा। आप बच्चे के पढ़ाई को लेकर टीचर से बात करें और बच्चे को पढ़ाई के तरफ खींचने का नया तरीका अपनाने का प्रयास करें। पढ़ाई को उदाहरण के साथ जोड़ें। हंसते खेलते बच्चों को आप बड़ी ही आसानी से कठिन चीजें भी समझा सकते हैं और वे समझने के लिए भी तैयार रहते है। बच्चो को कहानी या कोई धार्मिक किताबे भी पड़ने लगाए।
READ MORE : HEALTH TIPS : देखें स्वास्थ्य सम्बंधित कुछ विशेष बातें और बुजुर्गों के लिए सुझाव
सेल्फ़ स्डटी करने दे | Child’s Education
आज के समय में बच्चे को पढ़ाई के साथ इतना बिजी कर दिया जाता है की वह किसी चीज को खुद से समझने की कोशिश ही नहीं कर पाते है। उसका मुख्य कारण कही न कही कोचिंग सेण्टर भी है आज के समय में छोटे से छोटे बच्चो को कोचिंग भेज दिया जाता है जहाँ उससे जितना बताया जाता है उतना ही कार्य करते है उसके आगे अपने मन से कुछ करने का टाइम ही नहीं बच जाता है क्युकी बच्चे स्कूल से आते है और कोचिंग चले जाते है और दोनों जगह उन्हें अलग अलग तरीकों से पढ़ाया जाता है।
ऐसे में न वे स्कूल का पूरा समझ पाते है और न ही कोचिंग का समझ पाते है। जब तक हो सके अपने बच्चे को घर में सेल्फ स्डटी करने दे और जहाँ उसे समझ न आये उसे दूसरे दिन स्कूल में जा कर टीचर पूछने लगाये ऐसे में बच्चे की पढ़ाई में रूचि बढ़ेंगी और पढ़ाई करना भी उससे आसान लगने लगेंगा। और ऐसे में बच्चे स्कूल में निडर हो कर टीचर से अपने सवालो का जवाब भी पूछने लगेंगे और उन्हें और जवाब मिलने से पढ़ाई करने में मजा भी आने लगेंगा।
Note: यहाँ दी गयी जानकारी सामान्य है अगर आपको पसंद आये तो जरूर शेयर करे। इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो,हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।