CAREER IN BANKING : अगर आप भी देख रहे है बैकिंग में भविष्य तो यह Blog आपके लिए।
CAREER IN BANKING IN FUTURE :- बैंक एक ऐसा शब्द है जो की आज के समय में सभी लोग इसके बारे में बखूबि जानते या समझते है। एक टाइम था जब की बैंक का नाम सुनके या तो ख़ुश हो जाते थे या डर जाता थे । पिछले कुछ सालो में डिजिटल क्रांति के कारण जो बैंकिंग सेक्टर या फाइनेंस सेक्टर में बदलाव आये है उसके आंकड़े अचंभित करने वाले है, जिससे बैंकिंग की पूरी काया ही बदल गई है।
लगभग सारे काम बैंकिंग रोबोट के द्वारा ही किया जा रहा है। इंसान की जरूरत नहीं के बराबर हो गई है, लेकिन फिर भी आदमी के बिना काम होना पॉसिबल तो नहीं है। पूरी तरह से मशीन पर निर्भता नहीं हो सकती है। मशीन का जानदाता भी तो इंसान ही है।
डिजिटल बैंकिंग रोजगार पर डाल रहा प्रभाव
डिजिटल युग आने से कागजो और इंसानो पर निर्भता घटी है,लेकिन क्या हम यह कह सकते है की यह रोजगार को भी प्रभावित कर सकता हैँ, हां जब हमारे दुनिया में देखते है की समाज आज के समय में डिजिटल युग के पायदान पर है तो सभी चाहते है की वे अपना काम खुद ही घर बैठे कर ले तो जब आपकी लोगो को सर्विस के लिए इंसानी हाथो की जरूरत नहीं पड़ती तो आप उनका आवाहन कैसे कर सकते है।
बैंको में कॉम्पीटीशन बड़ा
आज यदि हमारे देश में बैंको की संख्या देखे तो यह लगभग 150 से ज्यादा ही होंगी और काम करने वलो की और पैसो का लेनदेन करने वालों की संख्या उतनी ही है और बैंको की संख्या और बढ़ते जा रही है बैंकिंग में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं होता है और सभी बैंक्स चाहते है की उनका पोर्टफोलियो बढ़ना चाहिए। बैंको की कुछ केटेगरी है जो की एक दूसरे को कॉम्पीटीशन भी दे रहे है और ये सब अपना पोर्टफोलियो बड़ा रहे है। लेकिन समस्या ये है की इनमे काम करने वाले अब क्या करे, कैसे सर्वावाई करे यह एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम है।
प्रेसर से मानसिक रोगी बढ़ने का खतरा
बैंकिंग इंडस्ट्रीज का काम ऐसा है जिसमे की टारगेट पूरा करने का बहुत ज्यादा प्रेसर है, जिसमे पिसाता एक एम्प्लोयी ही है जो की मार्केट में भी काम करता है और साथ ही ऑफिस में भी डांट सुनता है। दोनो तरफ से सबसे निचले कर्मचारी की ही दुर्गति होती है।
बैंकिंग बना बीमा एजेंट
सबसे ज्यादा प्रेशर तब आता है ज़ब की आपको आपके काम के आलावा और भी कुछ विशेष प्रकार के कार्य करने पड़ते है, ठीक उसी प्रकार बैंको में अब केवल सेविंग एकाउंट और करंट एकाउंट ही नहीं खोलना है उसके बजाये आपको बीमा भी बेचना है, जिससे की बैंक को प्रॉफिट हो सकें। बैंकिंग के आलावा यदि आप केवल और केवल बीमा बेचे तो आपको आराम से लम्बी नौकरी करने का सौभाग्य मिलता रहेंगा।
मार्केट में पैसो की कमी | CAREER IN BANKING
भविष्य के साथ साथ देश और दुनिया में भी आज के समय में पैसो की संख्या में कमी होते जा रही है, और बैंको या NBFC’S की संख्या बढ़ती जा रही हैँ। यदि इनकी संख्या बढ़ते जाएगी और काम करने वालों की कमी अगर आती है तो काम कैसे चलेंगा। वही पैसा है उतने की लोग काम करने वाले है और गिनती के लोग है जिनके पास पैसा है। सोचे काम करने वाला इन्शान कैसे काम करे, वह या तो मानसिक रोगी होंगा या तो वह हिरा बनकर निकल जायेगा।
सायद ही रहे उज्वल भविष्य | MAY THE FUTURE BE BRIGHT
हालांकि नोट गिनने, पासबुक प्रिंट करने और ग्राहक से बात चित करने के लिए इन्शान का होना जरूरी है। कुछ मात्रा में तो नौकरी रहेंगी लेकिन क्या वह भी बहुत सुरक्षित रहेंगी या नहीं कोई ग्यारंटी नहीं है। एक बात और है ऐसे बहुत कम उदहारण है जिसमे की लोगो ने नौकरी करके बहुत कुछ हाशिल किया हो ज्यादातर लोगो ने अपने बिजनेस से ही नई उपलद्धि हाशिल की है।
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