BHEDIYE KI KAHANI: नीले भेड़िये की कहानी और सिख।
BHEDIYE KI KAHANI HINDI ME :- एक दिन एक भेड़िया भोजन की तलाश में एक गांव चला गया, उसने एक घर प्रवेश किया। भेड़िया घर में एक आदमी को देखकर डर गया और अपने जीवन को बचाने के लिए भाग गया। भागते समय उसने एक खुली खिड़की देखि आगे बढ़ा, तभी वह नील की बाल्टी में गिर गया और उसका पूरा शरीर रंग में रंग गया।
रंगा हुआ भेड़िया जंगल भाग गया | BHEDIYE KI KAHANI
रात होने के कारण उसे कोई देख नहीं पाया और वह जंगल भाग गया, अगले दिन सभी जानवर उसे देखकर चौंक गए। वे सभी शेर पास गए और उन्होंने शेर को नील रंग के जानवर के बारें में बताया। सभी जानवर नील भेड़िये के पास आए और उससे पूछा -“आप कौन है ? आप कहा से आय हो ?” “मैं ईश्वर का दूत हूँ उन्होंने मुझे यहाँ शासन करने के लिए भेजा हैं।”
नये राजा को स्वीकार करें | ACCEPT THE NEW KING
नील भेड़िये ने कहा :- सभी जानवर उसे जंगल के नए राजा के रूप में स्वीकार करें, उसे हर किसी ने उपहार दिए और शुभकामनयें दी। लेकिन एक रात सियार का एक झुण्ड आया और उन्हें देख कर वह चिल्लाना शुरू कर देता हैं। अपने NATURAL स्वभाव के कारण उसके गले से कर्कस आवाज निकलीं।
सुरक्षाकर्मियों ने अपने राजा को दिया
कर्कस आवाज सुनकर भेड़िये की गुफा की सुरक्षा करने वालें जानवरों को एहसास हुआ उनका राजा ईश्वर का दूत नहीं था, बल्कि एक साधारण भेड़िया था। सभी जानवर उसके चारों ओर इकट्ठे हुए और उसे मार दिया।
सिख :-
अपने स्वाभाविक रूप और आचरण को नहीं छोड़ना चाहिए वरना समय उसमें बदलाव के साथ सचाई को सामने रख देता हैं।
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