Typhoid : बढ़ रहा है टाइफाइड, देखें लक्षण और बचाव के उपाय

Typhoid : इस समय आप देख रहे होंगे कि आपके आस पास कोई न कोई टाइफाइड का मरीज आपको मिल ही जाएंगा। अभी के मौसम में बहुत से लोगो को टाइफाइड की बीमारी हो रही है। डॉक्टर्स के अनुसार टाइफॉइड एक गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन है, जो साल्मोनेला बैक्टीरिया के कारण होता है। टाइफॉइड होने पर तेज बुखार, डायरिया और उल्टी जैसे लक्षण दिखते हैं। दूषित पानी या दूषित भोजन के जरिए इस बैक्टीरियल इंफेक्शन के होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।

टाइफॉइड के मामले भारत के साथ-साथ अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों जैसे अफ्रीका, मध्य व दक्षिण अमेरिका एवं पश्चिमी प्रशांत देशों में भी देखे जाते हैं। टायफायड के रोगियों को बैक्टीरिया के संपर्क में आने के लगभग 1-3 सप्ताह बाद लक्षण दिखाई देते हैं। आइए जानते हैं टाइफाइड के लक्षण और निदान के कुछ घरेलू उपाय।

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टाइफॉइड के लक्षण ( Symptoms Of Typhoid )

  • सिरदर्द
  • कब्ज या डायरिया
  • तेज बुखार (103° फेरेनहाइट)
  • भूख ना लगना
  • लिवर और स्प्लीन का बढ़ जाना
  • सीने पर लाल रंग के निशान
  • थकान
  • ठंड लगना
  • दर्द और कमजोरी महसूस होना
  • पेट में दर्द

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टाइफाइड इस तरह करे बचाव (Prevention of typhoid)

  • हाथों की साफ-सफाई का ख्याल रखें। खाना खाने से पहले और वॉशरूम से आने के बाद हाथों को साबुन से धोएं।
  • स्ट्रीट फूड से परहेज करें। यहां टाइफॉइड बैक्टीरिया के पनपने की संभावना अधिक होती है।
  • घर के बर्तनों को साफ-स्वच्छ पानी से धोएं।
  • घर का बना ताजा और गर्म खाना खाएं, क्योंकि उच्च तापमान में बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।
  • कच्ची सब्जी, फल खाने और दूषित पानी पीने से बचें।
  • अपने सभी घरेलू रसोई के सामानों की साफ-सफाई करते रहें।

टायफायड होने के बाद इन उपायों को अपनाएं

हाई-कैलोरी युक्त डायट लें

टाइफॉइड में वजन काफी कम हो जाता है। कैलोरी से भरपूर आहार के सेवन से वजन फिर से बढ़ा सकते हैं। शरीर का वजन बढ़ाने के लिए रोटी, केला, उबला हुआ आलू, बेक्ड आलू खाएं। इन्हें पचाना आसान होता है।

तरल पदार्थ अधिक लें

टाइफॉइड में तेज बुखार और डायरिया होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। शरीर में तरल पदार्थ के स्तर में कमी होने से उपचार में समस्याएं आ सकती हैं। पर्याप्त पानी और ताजे फलों से तैयार जूस का सेवन अधिक करें। अपने भोजन में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पनीर और दही शामिल करें।

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मसालेदार और तेल का खाने से बचे

मांस के सेवन से परहेज करें, क्योंकि इसे पचाना आसान नहीं होगा। हाई फाइबर, मसालेदार और तली-भुनी चीजों को खाने से परहेज करें। घी, मक्खन और डेयरी उत्पादों को भी कुछ दिनों तक खाने से बचें। Typhiod होने पर बाहर का खाना पूरी तरह बंद कर देना चाहिए।

Note: इस आलेख में दी गई जानकारी सामान्य और सलाह मात्र है, अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से जरूर सलाह ले। इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो, हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।

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