Origin of Onion and Garlic : जाने कैसे हुई प्याज और लहसुन की उत्पत्ति, क्यों है वर्जित
In Hindu religion, many people stop eating onion and garlic till the month of Sawan, because in the scriptures, onion and garlic have been kept in the category of vindictive food.
How to Origin of Onion and Garlic : आप और हम दैनिक जीवन में आमतौर पर रोजाना इस्तेमाल होने वाली यह दो चीजें प्याज और लहसुन जिनके बिना हमारी रसोई, रसोई नहीं रह जाती और साथ ही साथ बिना प्याज लहसुन के हम सबका खाना अधूरा होता है। हिन्दू धर्म में सावन मास तक बहुत से लोग प्याज और लहसुन खाना बंद कर देते है क्युकी शास्त्रों में प्याज और लहसुन को तामसिक भोजन की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन क्या आपको पता है इसकी उत्पत्ति आखिर कार कैसे हुई और क्यों जैन धर्म, ब्राह्मण समाज जैसे लोग आखिर प्याज और लहसन की परहेज करते हैंl अगर नहीं तो आगे पढ़े –
प्याज और लहसुन की उत्पत्ति | Origin of Onion and Garlic
हिन्दू शास्त्रों के मान्यता अनुसार माना जाता है कि जब समुद्र मंथन के समय जब अमृत निकला तब देवता और राक्षसों में अमृत के लिए लड़ाई हुई देवता नहीं चाहते थे की राक्षस अमर हो इसीलिए जब भगवान अन्य देवताओं को अमृत बांट रहे थे तब एक राक्षस राहु देवता का रूप धारण कर देवताओं के बीच में बैठ गया और भगवान ने देवताओं को अमृत बांटते बांटते उस राक्षस को भी अमृत बांट दिया l
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जब भगवान को पता चला कि यह राक्षस राहु देवता के रूप में यहां रूप बदल कर बैठा है तो भगवान ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया क्योंकि राक्षस के मुंह से अमृत गले तक जा चुका था इसलिए उसका सिर अमर हो गया और सिर के कटने से जो रक्त की बूंदे जमीन पर गिरी वह रक्त अमृत युक्त था जिससे लहसुन और प्याज की उत्पत्ति हुई।
तामसिक गुण पाए जाते है
लहसुन और प्याज को रोग नाशक कहा जाता है इसमें रोगो से लड़ने के औषद्यीय गुण भी पाए जाते है क्युकी प्याज और लहसुन में अमृत था और साथ ही प्याज और लहसुन राक्षस के रक्त से उत्पन्न हुए जिसके कारण इन्हे तामसिक पदार्थो में रखा जाता है। तामसिक गुणों के कारण यह भगवान को भी वर्जित होता है और इसीलिए भगवान को प्याज और लहसुन का भोग नहीं लगाया जाता है और इसीलिए जैन धर्म और ब्राह्मण समाज के लोग प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करते क्योंकि वह लोग भगवान की सेवा करते हैंl
Note: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इसी प्रकार की जानकारी और समाचार पाना चाहते हैं तो,हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़े व्हाट्सप्प ग्रुप से जुड़ने के लिए “कृपया यहां क्लिक” करे।